Monday 9 February 2015

गिरजानन्द सिंह 'बिसेसर' - दमदार भोजपुरिया

गिरजानन्द सिंह  'बिसेसर' - (44)

38 वर्ष, अंतरराष्ट्रीय


माॅरीशस के कर्मयोगी


माॅरीशस के शिक्षाविद और पत्रकार गिरजानंन्द सिंह बिसेसर ‘अरविंद’ भारत सरकार के आईसीसीआर जनरल कल्चर स्काॅलरसीप 1995 में दी थी। उसके तहत वे दिल्ली यूनिवसिर्टी से बीए एवं बीएड किया, उसके बाद यूनिर्वसिटी आॅफ ब्रम्धिटन, यूके (ठतपहीजवदए न्ज्ञ) से मास्टर डीग्री हासिल किया। 7 सालो तक शिक्षण के साथ जुडे रहे। फिर 2007 में महात्मा गाॅधी संस्थान के भोजपुरी, लोक संस्कृति विभाग में लेक्चरर के पद पर आसीन हुए। इसके साथ ही वे मीडिया के साथ जुड़े रहे एवं भोजपुरी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते रहे है। माॅरीशस में प्रचलित गमत ज्ञान को पुनः स्थापित करने के लिए कई साल बाद गमत  गायको को मंच दीलाने के लिए प्रोग्राम प्रस्तुत करवाए। ‘भोजपुरी सफल‘ प्रोग्राम में भोजपुरी कलाकारों से भेट कर और भोजपुरी संस्कृति को केन्द्र में रखा। रेडियों में माॅरीशस के अनेक जगहों से लाइव रेडियों कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए मौका दिया।

अरविंद बिसेसर को ही महत्मा गाँधी संस्थान में अनेक शोध काम करने और भोजपुरी शिक्षको को स्थापित करने को श्रेय जाता है और भोजपुरी भाषा के परिचय, कल्चर स्टडीज और बिगिनर कोर्स इन भोजपुरी की शुरूआत करवाया एवं संयोजन करते रहे। उन्होंने जो काम भोजपुरी के स्कुली शिक्षा में योगदान दिया उसके लिए उनका नाम इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो चुका है।

अरविंद ने गिरमिटिया मजदूरों के माॅरीशस आगमन के 180 साल पूरे होने पर हुए अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी सम्मेलन के संयोजक के रूप महत्वपूर्ण योगदान दिया और यह कार्यक्रम सफल रहा। 

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